कीक्ली रिपोर्टर, 19 फरवरी, 2018, शिमला

उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने कहा कि जिला में प्रैशर हॉर्न के प्रयोग पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा, ताकि ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके। वह आज यहां शिमला शहर में ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण से संबंधित आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।

कश्यप ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए उठाए जा रहे विभिन्न उपायों की समीक्षा करते हुए कहा कि शिमला नगर में प्रशासन द्वारा 24 साईलेंस जोन चिन्हित किए गए हैं। यह साईलेंस जोन मुख्यतः स्कूलों, अस्पतालों, उच्च न्यायालय, विधान सभा व हिमाचल प्रदेश सचिवालय में चिन्हित किए गए हैं।

शिमला में लॉरेटो कॉन्वेंट स्कूल, ताराहाल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, कन्या लक्कड़-बाजार, ऑकलैंड हाउस स्कूल (कन्या), ऑकलैंड हाउस स्कूल (ब्वायज), चैप्सली स्कूल, आरकेएमवी महाविद्यालय, राजकीय महाविद्यालय संजौली, तिब्बतीयन स्कूल छोटा शिमला, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कसुम्पटी, शिमला पब्लिक स्कूल खलीनी, राजकीय विद्यालय टुटीकंडी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बालुगंज, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, सैंट ऐडवर्ड स्कूल, सैंट बीडज कॉलेज, इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला, कमला नेहरू अस्पताल शिमला, दीन दयाल उपाध्याय शिमला, सेनेटोरियम अस्पताल चौड़ा मैदान, आयुर्वेदिक अस्पताल छोटा शिमला, हिमाचल प्रदेश सचिवालय, राजभवन, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय शिमला और हिमाचल प्रदेश विधानसभा शिमला को साईलेंस जोन चिन्हित किया गया है।

साईलेंस जोन को इंगित करने के लिए इन स्थलों पर विशेष साईनेज भी लगाने गए हैं। उपायुक्त ने पीसीबी को अधिक यातायात व भीड़भाड़ वाले विभिन्न स्थलों पर ध्वनि प्रदूषण मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के आदेश दिए।

उपायुक्त ने बैठक में अस्पताल, स्कूल व अन्य सार्वजनिक महत्व के स्थलों के पास हरियाली बढ़ाने हेतु पौधा रोपण करने के लिए वन विभाग के साथ मिलकर कदम उठाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि ध्वनि प्रदूषण का नियंत्रण तथा इसकी जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए मोबाईल ऐप बनाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।

कश्यप ने कहा कि ध्वनि प्रदूषण के बारे में जानकारी सांझा करने के लिए समय-समय पर कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएं और नियमों का उल्लंघन किए जाने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए कानून का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए समयबद्ध कदम उठाने के निर्देश दिए।

बैठक में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी कानून एवं व्यवस्था प्रभा राजीव, उपमंडलाधिकारी नीरजा चांदला, आरटीओ भूपेंद्र अत्री, डीआईओ पंकज गुप्ता, डीएसपी प्रमोद शुक्ला, ऐनवायरमेंट इंजिनियर एसके शांडिल, आरएम देवासेन नेगी व गुरूबचन सिंह तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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