राजेश शर्मा, कीक्ली रिपोर्टर, 13 जून, 2015, शिमला
बच्चों ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम ; सभागार में बैठे लोगों ने उठाया लुत्फ
अंकुर डे विद्यालय द्वारा शनिवार को 31वें वार्षिक समारोह का आयोजन कालीबाड़ी हॉल में किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ 5वीं क्लास की छात्राओं ने सरस्वती वंदना से किया। इसमें सानया महाजन, सानया भंडारी, नितिका शर्मा, नितिका धीमान, सुहानी शर्मा, सोहानी, कशिश सामटा, कनिष्का व कशिश वर्मा ने बेहतरीन प्रस्तुति दी। इसके अलावा स्कूल के छात्रों ने कई रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। जिसमें लावणी नृत्य, राजस्थानी नृत्य, पंजाबी भागड़ा, पहाड़ी नाटी कार्यक्रम का आकर्षण रही। वहीं छोटे बच्चों के लिए भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें 171 छात्र व छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों का मंनोरजन किया।
इस अवसर पर स्कूल प्राधानाचार्य विजय कालरा ने बताया कि स्कूल का यह 31वां वार्षिक समारोह है। इसमें सभी बच्चों को कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिए प्रेरित किया गया है। उन्होंने बताया कि स्कूल का उद्देश्य ऐसे आयोजनों के माध्यम से बच्चों के अंदर की प्रतिभा को निखारना है। ऐसे मचों के माध्यम से वे पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी आगे आकर बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
इस दौरान थर्ड क्लास के छात्र- छात्राओं ने देशभक्ति से प्रेरित गाने गाकर अपनी प्रस्तृति दी। इसके साथ ही नर्सरी कक्षा ने सुंदर सुंदर परियां आपका परिचय परियों की दुनियां से करवाया। केजी कक्षा के छात्रों ने लकड़ी की काठी गाना प्रस्तृति किया। पुष्पालि, निधी, कशिश, दिव्या, अनामिका, अंतरा, जागृति, संजना, लितेश और आर्यन ने नाटियां प्रस्तुत की। इसके साथ ही दूसरी, तीसरी कक्षा के छात्रों ने जनजातीय संस्कृति से दर्शकों को अवगत करवाया। महाराष्ट्र के लावणी नृत्य में मुस्कान, गरिमा, नितिका, वंशिका, सोनाली, चित्रांशी, नियति और सानवी ने अपनी प्रतिभा का जलवा दिखाया, जबकि दूसरी कक्षा के छात्रों ने फिल्मी गाने गाकर दर्शकों को नाचने पर मजबूर किया, तो वहीं तीसरी कक्षा के छात्राओं ने अरबियन नृत्य प्रस्तृत कर दर्शकों का मन मोहा।
भ्रतनाट्यम में देश रंगीला है मेरा, कौन हू मैं परियों की रानी, लकड़ी की काठी, पहाड़ी नाटी, लावणी, पंजाबी भांगड़ा तथा राजस्थानी नृत्यों पर दर्शकों ने बाहवाही लुटेरी व तालियां बजाकर प्रतिभागियों की सराहना की। इस अवसर पर प्री नर्सरी और नर्सरी के बाल कलाकारों ने ने बेहतरीन प्रस्तुतियां दी, जिसे वहां सभागार में मौजूद अभिभावकों व लोगों ने खूब सराहा।