कीक्ली रिपोर्टर, 28 फरवरी, 2017, शिमला

शिक्षा, विधि व संसदीय मामले मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि हमें अपनी गौरवपूर्ण संस्कृति और विधाओं को संजोकर रखने की आवश्यकता है। वह आज जवाहर लाल नेहरू कॉलेज ऑफ़ फाईन आर्ट शिमला के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। भारद्वाज ने कहा कि देवभूमि में मूर्तिकला हमेशा ही बहुत समृद्ध रही है और हमें इस कला को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता है। कला क्षेत्र में शिक्षा ग्रहण करने से स्वरोजगार के अवसर भी प्राप्त होते हैं।

उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होती है और इसी के माध्यम से ही युवा अच्छे नागरिक बनते हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की पहचान उसकी संस्कृति से भी सुनिश्चित होती है, इसलिए अपने सांस्कृतिक मूल्यों को संजोए रखने के लिए हमें हर संभव प्रयास करने चाहिए।

उन्होंने छात्रों से शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ खेल व अन्य गतिविधियों में भी हिस्सा लेने का आह्वान करते हुए कहा कि छात्रों का सर्वांगीण विकास होने से उनमें नेतृत्व क्षमता भी बढ़ती है और इससे जीवन में अनुशासन की भावना को बल मिलता है।

उन्होंने कहा कि वार्षिक उत्सव किसी भी संस्थान के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। शिक्षण संस्थानों में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह का महत्व और भी ज्यादा होता है। पुरस्कार वितरण समारोह विद्यार्थियों को प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और अन्य छात्रों को भी इनके माध्यम से बहुत कुछ जानने व समझने के अवसर प्राप्त होते हैं।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए, ताकि देश और प्रदेश की प्रगति के लिए कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ सके।

उन्होंने कहा कि छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए गुणात्मक शिक्षा प्रदान करना अत्यंत आवश्यक है, साथ ही शिक्षा संस्कारवान भी होनी चाहिए।

शिक्षा मंत्री ने महाविद्यालय में लगभग 10.94 लाख की लागत से निर्मित तीन कमरों का लोकार्पण भी किया।  भारद्वाज ने महाविद्यालय में विभिन्न गतिविधियों में अव्वल प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित भी किया। शिक्षा मंत्री ने वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह के अवसर पर कार्यक्रम में सराहनीय प्रदर्शन के लिए छात्रों को 21 हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा की।

महाविद्यालय के प्रचार्य प्रो. मनोज शर्मा ने मुख्य अतिथि का विधिवत रूप से स्वागत किया और उन्हें संस्थान की विभिन्न गतिविधियों से अवगत करवाया।

इस अवसर पर महापौर नगर निगम शिमला कुसुम सदरेट, पार्षदगण, उपमंडलाधिकारी नीरज चांदला, विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी, महाविद्यालयों के प्रचार्य, ओएसडी माम राज पुंडीर और गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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