राजेश शर्मा, कीक्ली रिपोर्टर, 26 नवंबर, 2017, शिमला
सेंट्रल स्कूल फॉर तिब्बतियन में केंचुआ खाद बनाने के लिए प्रशिक्षण के विषय को लेकर संगोष्ठी कासा द्वारा हेल्प ऐज इंडिया के सहयोग से आयोजित की गई। इस संगोष्ठी में 35 स्कूली छात्रों और 15 वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल प्रिंसिपल प्रकाश गौर ने की और कार्यक्रम का संचालक कासा के सहायक कार्यक्रम समन्वयक अमित कुमार ने प्रतिभागियों को कार्यक्रम के बारे में अवगत करवाया।
इस अवसर पर एक कार्य समिति का भी गठन किया गया। जिसको संबल नाम दिया गया जो कार्यक्रम के उदेश्यों की पूर्ति के लिए कार्य करेगी। इस संस्था में सिडोन डोलमा आयु 75 वर्ष को अध्यक्ष नामग्यालआयु 58 को उपाध्यक्ष, चेरिंग डोल्मा को सचिव, तेनजिन दावा, तेनजिन को कार्यक्रम अधिकारी बनाया गया। इस अवसर पर छात्रावास के रेक्टर कर्मा सांगे तथा तिब्तियन वेलफेयर ऑफिस से भी प्रतिभागियों को विशेष रूप से संबोधित किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रिसिंपल ने कहा कि वह कासा का विशेष रूप से धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने उनके स्कूल को इस कार्यक्रम के लिया चुना है। उन्होंनें कहा कि स्कूल हर तरह के सहयोग इस कार्यक्रम के लिए देगा। उन्होंने उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों का भी स्कूल के लिए उनके सहयोंग के लिए धन्यवाद किया।
संस्था ने शिमला के आस पास के पांच स्कूलों वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या पोर्टमोर, वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छोटा शिमला, सेंट्रल स्कूल फॉर तिबतीयन सहित डी ए वी स्कूल टूटू और शिवालिक पब्लिक स्कूल जुब्बरहट्टी का चयन इस कार्य के लिए किया था। कार्यक्रम में संस्था ने केंचुआ खाद बनाने के पिट का निर्माण करवाने के साथ ही उसके लिए स्कूल के छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों की एक समिति का भी गठन किया जाएगा। संस्था मार्च तक इस कार्यकर्म को पोषित करेगी। उन्होंने कहा कि इस संगोष्ठी का उदेश्य स्कूल में जीरो वेस्टेज के कल्चर को बढ़ाने के साथ-साथ शिक्षार्थियों वरिष्ठ नागरिकों के प्रति सम्मान को भी बढ़ाना रहा।