राजेश शर्मा, कीकली रिपोर्टर, 1 दिसम्बर, 2016, शिमला

प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश देश में अव्वल दर्जे पर है और राज्य के मिडल व प्राथमिक पाठशालाओं में रिक्त पदों को भरने के लिए सरकार द्वारा शीघ्र ही लगभग चार हजार विभिन्न श्रेणियों के पद भरे जा रहे है जिनमें से कुछ पद बैच वाईज शामिल हैं । यह जानकारी निदेशक प्रारंभिक शिक्षा हिप्र मनमोहन शर्मा ने आज मशोबरा विकास खण्ड के वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पीरन में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह के उपलक्ष्य पर उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए ।

उन्होने कहा कि अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया प्रगति पर है और इनकी नियुक्ति होने पर स्कूलों में उपयुक्त स्टाफ उपलब्ध हो जाएगा । निदेशक ने कहा कि सरकारी शिक्षण संस्थानों में जिस प्रकार शिक्षा का स्तर कम होने लगा है जोकि चिंता और चिंतन का विषय है, और यही कारण है कि ग्रामीण परिवेश के बच्चों का पलायन शिक्षा ग्रहण के लिए शहर की ओर हो रहा है । उन्होने कहा कि राज्य में शिक्षा का विस्तार बड़ी तेजी से हुआ है और वर्तमान में लगभग 16 हजार शिक्षण संस्थानों के माध्यम से बच्चों को घरद्वार पर शिक्षा ग्रहण करने की सुविधा उपलब्ध हुई है ।

उन्होने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षा की गुंणवता को बनाए रखने पर विशेष बल दिया जा रहा है और शिक्षकों को शिक्षा की नवीन तकनीकों बारे समय समय पर प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा रहा है। उन्होने कहा कि शिक्षा की गुणवता बनाए रखने के दृष्टिगत सतत् मूल्याकंन कार्यक्रम आरंभ किया गया है ताकि पढ़ाई में कमजोर बच्चों को अन्य मेघावी विद्यार्थियों के समान लाया जा सके। इसके अतिरिक्त पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए प्रेरणा और प्रयास कार्यक्रम भी चलाए गए है । उन्होने शिक्षकों को निर्देश दिए कि पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए ऐसी रणनीति बनाई तथा ऐसे बच्चों के लिए अलग से कक्षाऐं आरंभ करने के साथ साथ  बच्चों का रूझान शिक्षा की ओर प्रेरित किया जाए ।

उन्होने कहा कि शिक्षा एक ऐसा साधन है जिससे विद्यार्थी के जीवन की दिशा बदल जाती है , जिसके लिए शिक्षकों व अभिभावकों का दायित्व बन जाता कि वह बच्चों को सुसंस्कारित बनाए ताकि बच्चे राष्ट्र व समाज के सच्चे नागरिक सिद्ध हो सके । उन्होने पीरन स्कूल के अध्यापकों द्वारा दिए जा रहे अच्छे परिणाम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे दुर्गम क्षेत्र मेें कार्य कर रहे अध्यापक बधाई के पात्र है तथा उन्होने इस सम्मान व गरिमा को भविष्य में बनाए रखने का आहवान किया ।

निदेशक द्वारा इस अवसर पर गत शैक्षणिक सत्र के दौरान उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले मेघावी विद्यार्थियों को स्कूल की ओर से सम्मानित किया। उन्होने प्राथमिक पाठशाला पीरन में दो कमरों व शौचालय के निर्माण के लिए धनराशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया । इससे पहले प्रधानाचार्य डा0 जयन्त शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और स्कूल की वार्षिक रिर्पोट प्रस्तुत की । इस अवसर पर स्थानीय प्रधान अतर सिंह ठाकुर और सहायक निदेशक डा0 देवेन्द्र कश्यप ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर पूर्व प्रधान दयाराम वर्मा, एसएमसी प्रधान प्रेम दास शर्मा, बीडीसी सदस्य अनिता वर्मा, पाठशाला के शिक्षण गण व अभिभावक उपस्थित थे । इस मौके पर बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके समारोह को आकर्षक बनाया गया ।

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