कीकली रिपोर्टर, 15 सितम्बर, 2018, शिमला
वर्तमान समय में शिक्षा के साथ खेलों को भी साधन के रूप में अपनाया जाने लगा है। यह बात शिक्षा, विधि एवं संसदीय मामले मंत्री सुरेश भारद्वाज ने राजीव गांधी डिग्री कॉलेज शिमला में हिमाचल प्रदेश अंतर विश्वविद्यालय युवा महोत्सव के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय व विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा के उपरांत प्रत्येक छात्र रोजगार के लिए सरकारी नौकरियों पर निर्भर हो जाता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति में बदलाव की आवश्यकता है, ताकि विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने के उपरांत अपनी आजीविका के लिए केवल सरकारी नौकरियों पर ही निर्भर न रहे।
उन्होंने महाविद्यालयों व विश्वविद्यालय स्तर के प्रोफेसरों से समाज के उत्थान के लिए शोध करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सरकारी शिक्षण संस्थानों के अध्यापक व प्रोफेसर कड़ी प्रतिस्पर्धा के उपरांत सरकारी नौकरी के लिए चयनित होते हैं। उन्होंने अध्यापक वर्ग की प्रतिभा व योग्यता की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह छात्रों को गुणात्मक शिक्षा देने में निजी शिक्षण संस्थानों की अपेक्षा अधिक सक्षम हैं।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग को राजीव गांधी डिग्री कॉलेज शिमला में चल रहे भवन निर्माण कार्य को नवम्बर माह तक पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज के खेल मैदान की मुरम्मत का कार्य भी नवम्बर माह तक पूरा करना सुनिश्चित करें । उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय के विद्यार्थियों को छात्रावास की सुविधा प्रदान करने के लिए अपर्याप्त भूमि होने के कारण निर्माण कार्य में विलंब हो रहा है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस महाविद्यालय के छात्रावास के लिए उपयुक्त व पर्याप्त भूमि का जल्द चयन करने को कहा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी शिक्षण संस्थानों में चल रहे निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने सभी शिक्षण संस्थाओं में अध्यापकों की भर्ती, विज्ञान प्रयोगशालाएं, खेल मैदान, तथा अन्य सभी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
उन्होंने प्रदेश के 62 महाविद्यालयों के विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ठ स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभावान छात्रों को सम्मानित किया। राजीव गांधी डिग्री कॉलेज शिमला के प्राचार्य इंद्रजीव सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि चार दिनों से चल रही अंतर महाविद्यालय युवा महोत्सव में प्रदेश के 520 विद्यार्थियों ने वाद-विवाद, फोटोग्राफी, रंगोली, पेंटिंग, शिल्पकला, पोस्टर मेकिंग व अन्य प्रतियोगिताओं में अपनी योग्यता का प्रदर्शन किया।