कीक्ली रिपोर्टर, 23 जुलाई, 2015, शिमला
अतिरिक्त उपायुक्त शिमला, श्री यूनुस ने जिला में शिक्षा विभाग को आयरन एवं फॉलिक एसिड पूरकता कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से और बेहतर समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बी.आर.सी. कार्यालय से स्कूलों तक आयरन एवं फोलिक एसिड की आपूर्ति समयबद्ध की जानी चाहिए एवं इसके बारे में विस्तृत रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिमला को प्रेषित की जानी चाहिए। वह आज यहां जिला स्तरीय इम्यूनाईजेशन टॉस्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
यूनुस ने कहा कि स्कूलों में कितने बच्चों को आयरन / फोलिक एसिड की खुराक दी गई इसका सम्पूर्ण रिकार्ड तैयार किया जाना चाहिए, ताकि इस कार्यक्रम की सफलता को सुनिश्चित किया जा सके। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जिला में 27 जुलाई से 8 अगस्त, 2015 तक सघन डायरिया रोकथाम पखवाड़ा मनाया जायेगा। इसके तहत शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को ‘आशा कार्यकर्ता’ के माध्यम से ओ.आर.एस. दिया जाएगा और बच्चों की स्वच्छता से सम्बन्धित सघन अभियान भी चलाया जाएगा। इस पखवाड़े के दौरान कुपोषण को समाप्त करने के प्रति जागरूकता के लिए विभिन्न प्रयास किए जाएंगें। उन्होंने कहा कि आई.सी.डी.एस. कार्यक्रम के तहत विभाग द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य से सम्बन्धित संकलित मासिक रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग को भी प्रदान किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रणवीर सिंह राणा, एवं समन्वयक डा. मनीष सूद ने टीकाकरण से सम्बन्धित विस्तृत जानकारी भी प्रदान की। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री राकेश भारद्वाज, उप निदेशक शिक्षा श्री अजय शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम शिमला डा0 सोनम जी. नेगी और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।