कीक्ली रिपोर्टर, 1 मई, 2018, शिमला
शैमरॉक रोजेंस स्कूल ने मजदूर, श्रम, श्रमिक अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जिसे दुनिया भर में मनाया जाता है। इसे 1 मई को भारत में संगठनों, कारखानों, साइटों, कंपनियों आदि में श्रमिकों की कड़ी मेहनत के उपलक्ष में मनाया जाता है। स्कूल की प्रधानाचार्य प्रीति चुट्टानी ने बताया कि विभिन्न गैर सरकारी संगठन, एनपीओ, सरकारी या निजी प्रतिष्ठान, कल्याण संघ आदि श्रमिकों के लाभ के लिए काम करते हैं। आपको किसी भी अवसर पर मजदूर, श्रम, श्रमिक दिवस पर स्पीच देने की आवश्यकता पड़ सकती है। यहाँ हमने मजदूर, श्रम, श्रमिक दिवस पर विभिन्न स्पीच को साझा किया है जिसे आप ज़रूरत पडऩे पर उपयोग कर सकते हैं। सभी स्पीचों की भाषा बहुत ही सरल, आसान और प्रभावी रखी गई है। मजदूर, श्रम, श्रमिक दिवस पर हमारी संक्षिप्त स्पीच एक संगठनात्मक स्तर पर नमूने के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। मजदूर, श्रम, श्रमिक दिवस पर लंबी स्पीच बहुत ही पेशेवर है जिसे विभिन्न अवसरों जैसे महोत्सवों, समारोहों आदि पर इस्तेमाल किया जा सकता है। हम इस बात को लेकर निश्चित हैं कि आप इन उदाहरणों से बहुत मदद प्राप्त कर सकते हैं और मजदूर दिवस पर अपनी स्वयं का भाषण बना सकते हैं।
उन्होंने कहा कि नई दिल्ली एक मई को दुनिया के कई देशों में लेबर डे मनाया जाता है और इस दिन देश की लगभग सभी कंपनियों में छुट्टी रहती है। भारत ही नहीं दुनिया के करीब 80 देशों में इस दिन राष्ट्रीय छुट्टी होती है। उन्होंने कहा कि भारत में मजदूर दिवस कामकाजी लोगों के सम्मान में मनाया जाता है। भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तान ने 1 मई 1923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की थी। हालांकि उस समय इसे मद्रास दिवस के रूप में मनाया जाता था।
अंतराष्ट्रीय तौर पर मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत 1 मई 1886 को हुई थी। अमेरिका के मजदूर संघों ने मिलकर निश्चय किया कि वे 8 घंटे से ज्यादा काम नहीं करेंगे। जिसके लिए संगठनों ने हड़ताल किया। इस हड़ताल के दौरान शिकागो की हेमार्केट में बम ब्लास्ट हुआ। जिससे निपटने के लिए पुलिस ने मजदूरों पर गोली चला दी जिसमें कई मजदूरों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इसके बाद 1889 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में ऐलान किया गया कि हेमार्केट नरसंघार में मारे गये निर्दोष लोगों की याद में 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाएगा और इस दिन सभी कामगारों और श्रमिकों का अवकाश रहेगा।
साथ ही स्कूल प्रबंधक ने बच्चों और किशोरों को पेट के कीड़े मारने वाली दवा पिलाई जाएगी। जिला शिमला में भी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया गया। इस दिन अभियान चलाकर बच्चों और किशोरों को दवा पिलाई गई। डाक्टर ने बताया कि दवा खिलाने के लिए स्कूल अध्यापकों तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को समुचित प्रशिक्षण दिलाया जाए।