कीकली ब्यूरो, 5 अक्टूबर, 2019, शिमला

शैमरॉक रोजेंस स्कूल के बच्चों ने दशहरा बड़े धूमधाम के साथ  मनाया।  स्कूल की प्रधानाचार्य प्रीति चुट्टानी ने बच्चों को बताया कि दशहरा को दुर्गा पूजा के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार वर्षा ऋतु के अंत में संपूर्ण भारत वर्ष में मनाया जाता है। नवरात्र में मूर्ति पूजा में पश्चिम बंगाल का कोई सानी नहीं है जबकि गुजरात में खेला जाने वाला डांडिया बेजोड़ है। पूरे दस दिनों तक त्योहार की धूम रहता है।

लोग भक्ति में रमे रहते हैं। मां दुर्गा की विशेष आराधनाएं देखने को मिलती हैं।  उन्होंने बताया कि दशमी के दिन त्योहार की समाप्ति होती है। इस दिन को विजयादशमी कहते हैं। बुराई पर अच्छाई के प्रतीक रावण का पुतला इस दिन समूचे देश में जलाया जाता है।

इस दिन भगवान राम ने राक्षस रावण का वध कर माता सीता को उसकी कैद से छुड़ाया था। और सारा समाज भयमुक्त हुआ था। रावण को मारने से पूर्व राम ने दुर्गा की आराधना की थी। मां दुर्गा ने उनकी पूजा से प्रसन्न होकर उन्हें विजय का वरदान दिया था।

रावण दहन आज भी बहुत धूमधाम से किया जाता है। इसके साथ ही आतिशबाजियां छोड़ी जाती हैं। दुर्गा की मूर्ति की स्थापना कर पूजा करने वाले भक्त मूर्ति-विसर्जन का कार्यक्रम भी गाजे-बाजे के साथ करते हैं।

भक्तगण दशहरे में मां दुर्गा की पूजा करते हैं। कुछ लोग व्रत एवं उपवास करते हैं। पूजा की समाप्ति पर पुरोहितों को दान-दक्षिणा देकर संतुष्ट किया जाता है। कई स्थानों पर मेले लगते हैं। रामलीला का आयोजन भी किया जाता है।

शैमरॉक रोजेंस स्कूल प्रबंधक ने स्कूल के प्रांगन  में रावन को जला कर दशहरा का आगाज किया। साथ ही बच्चों ने पटाखे फोड़ कर स्कूल में चार चांद लगा दिए। 

Previous articleArt & Craft & Science Exhibition Held in Blue Bells School
Next articleवार्षिक समारोह में रंगारंग कार्यक्रमों की रही धूम, 90 उत्कृष्ट छात्र नवाजे – शिमला पब्लिक स्कूल

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here